expr:class='data:blog.pageType'>

Nearby Places

                            Nearby-Places

बाबा खाटू श्यामजी के आसपास घूमने के स्थान: –

1.      Shri Shyam Kund – श्री श्याम कुंड : – श्री खाटू श्याम जी का शीश जिस धरा के भाग से अवतरित हुआ था वो श्याम कुंड के नाम से जाना जाता है | माना जाता है की इस कुंड में श्याम भक्त सच्चे मन से एक डुबकी लगा ले तो वो अपनी बुराइयों से दूर और अच्छे शरीर का धनि हो जाता है | श्याम कुंड 2 भागो में बिभक्त है :-

1.       एक महिला श्याम कुंड

2.       एक पुरुष श्याम कुंड  


2.      Shri Shyam Vatika – श्री श्याम वटिका :- श्री खाटू श्याम जी के निज मंदिर के बाई तरफ श्याम बगीची हैश्री श्याम भक्त आलू सिंह जी इसी बगीची के फूलो से श्याम बाबा का नित श्रींगार किया करते थे | इसी बगीची में श्री आलू सिंह जी की मूरत लगी हुई है जिस पर सभी श्याम भक्त अपना शीश झुकाने और दर्शन करने आते है |

 

3.       Shri Salasar Balaji Temple – श्री सालासर बालाजी मंदिर:- सालासर बालाजी भगवान हनुमान के भक्तों के लिए एक धार्मिक स्थल है। यह राजस्थान के चूरू जिले में स्थित है। वर्ष भर में असंख्य भारतीय भक्त दर्शन के लिए सालासर धाम जाते हैं। हर वर्ष चैत्र पूर्णिमा और अश्विन पूर्णिमा पर बड़े मेलों का आयोजन किया जाता है। इस समय 6 से 7 लाख लोग सालासर बालाजी की पूजा करने देने के लिए यहां एकत्रित होते हैं। हनुमान सेवा समिति, मंदिर और मेलों के प्रबंधन का काम करती है। यहां रहने के लिए कई धर्मशालाएं और खाने पीने के लिए कई रेस्तरां हैं। श्री हनुमान मंदिर सालासर कस्बे के ठीक मध्य में स्थित है।

1.       खाटू श्याम जी से सालासर की दूरी – 108 KM 



4.       Golden Water park – गोल्डन वाटर पार्क:- गोल्डन वाटर पार्क एक मनोरंजन जल पार्क (3 लाख वर्ग फीट) है। गोल्डन वाटर पार्क छह साल से साठ साल के लिए एक मजेदार जगह है।

1.       समय:9:30 सुबह to 6:30 शाम (सोमवार से रविवार)

2.       टिकट वयस्क (सोमवार से रविवार): 300 रुपये

Also read : Nearby Places

3.       बच्चे के लिए टिकट (3’3 “-4’6” के बीच ऊंचाई) – 200 रुपये

4.       स्कूल आईडी कार्ड के साथ 12 वीं कक्षा तक छात्र- 200 रुपये

5.       3’3 के नीचे बच्चा – Free

6.       पार्किंग शुल्क – 30 Rs

7.       पोशाक किराया शुल्कपुरुष – 30 रुपये, महिला – 50 रुपये

8.       लॉकर शुल्क – 30 रुपये

5.       Jeen Mata Temple – जीन माता मंदिर : – माँ जीन बहूत सारे लोगो की कूल देवी है . जीन माता अस्त्भुजा वाली माँ है .यह चमत्कारी माँ अपने भक्तो के दुखड़े हरती है . कहते है की माता का मन्दिर कम से कम 1000 साल पुराना है। माता जीण को शक्ति का अवतार माना गया है|


दिल्ली के बादशाह औरंगजेब ने एक बार हर्ष पर्वत पर आक्रमण किया और पुरे मंदिरों , गुफाओं, और अनेक भवनों को क्षत विक्षत कर दिया। फ़िर वो जीन माता के मदिर की और बढ़ा तब माता ने भंवरा मधुमखियों का रूप धर कर उसकी पूरी सेना पर आक्रमण कर दिया मधुमखियों के दंशो से बेहाल पूरी सेना घोडे मैदान छोड़कर भाग गए। तब औरंगजेब ने हार मानकर माता के चरणों में शीश नवाया क्षमा याचना की। माँ ने उसे तब माफ़ किया माता की शक्ति को जानकर उसने वहां पे भंवरो की रानी के नाम से शुद्ध खालिस सोने की बनी मूर्ति भेंट की औरअखंड ज्योत जलाईऔर आज सालो के बाद भी वो अखंड ज्योत जल रही है। नवरात्रों में लगने वाले वार्षिक मेले में इस तीर्थस्थल पर बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। यह हिंदू त्योहार भारतीय कैलेंडर के चैत्र और अश्विन महीने में मनाया जाता है।

1.       खाटू श्याम जी से जीन माता मंदिर की दूरी – 25 KM

 

Also read : Nearby Places

6.       Veer Hanuman Temple, Samod – वीर हनुमान मंदिर, सामोद :- वीर हनुमान जी का मन्दिर राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर से 43 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| ग्राम नांगल भरडा, तहसील चौमू में सामोद पर्वत पर स्थित यह मंदिर राजस्थान के सबसे धार्मिक स्थलो में से एक है। यह मन्दिर राजस्थान में ही नहीं अपितु पूरे भारत में प्रसिद्ध है| इस मन्दिर में हनुमान जी की 6 फीट की विशाल प्रतिमा स्थापित है और भगवान राम का मंदिर भी है| सामोद मंदिरसीता राम जी, वीर हनुमान ट्रस्ट सामोदद्वारा बनाया गया था।

1.       खाटूश्याम  जी से वीर हनुमान मंदिर की दूरी – 56 KM 


7.       Ganeshawr Dham – गणेश्वर धाम :-  गणेश्वर धाम उंचाई पर बना हुआ एक धाम है जहाँ सभी देवताओं के अलग-अलग मंदिर बने है| धाम पर पहुंचे ही देखा सामने एक द्वार बना है, द्वार से प्रवेश करते ही चारों और छोटे-बड़े विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर नजर आते है, और नजर आते है ऊँची चार दिवारी के भीतर बने एक कुण्ड में नहाते कई लोग. इस कुण्ड में निर्बाध पहाड़ियों से पानी आता रहता है जिसमें सल्फर की मात्रा है यही वजह है कि यहाँ आने वाला हर श्रद्धालु इस कुण्ड में चर्म रोग के निदान हेतु डुबकी लगाना नहीं भूलता. चर्म रोगी भी यहाँ अपने रोग का निदान करने हेतु नहाने आते है. इस तरह प्राचीन सभ्यता, धार्मिक महत्त्व स्वास्थ्य लाभ हेतु यह गांव पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना है|



Post a Comment

0 Comments

Contact Us